भजन भक्ति

नवकार मंत्र | अर्हन्तो भगवंत – Navkar Mantra | Mangalachaar

नवकार मंत्र – Navkar Mantra

णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आयरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोए सव्व साहूणं
ऐसो पंच नमुक्कारो
सव्व पावप्पणासणो
मँगलाणंच सव्वेसिं
पढमं हवई मंगलम्

 

अर्हन्तो भगवंत – Arhanto Bhagvant

अर्हन्तो भगवंत इन्द्रमहिताः सिद्धाश्च सिद्धिस्थिताः

आचार्या जिनशासनोन्नतिकराः पूज्या उपाध्यायकाः ।

श्री सिद्धान्त सुपाठका मुनिवरा रत्नत्रयाराधकाः

पंचैः ते परमेष्ठिनः प्रतिदिनं कुर्वन्तु वो मंगलम् ।।

सर झुका कर कर रहे हैं वंदना - Tune - Dil ke armaan

सर झुका कर कर रहे हैं वंदना

तर्ज़ – दिल के अरमां आँसूओं में बह गए

सर झुकाकर कर रहे हैं वंदना,
अर्चना के पुष्प प्रभु स्वीकारना

१. ज्ञान गौतम को दिया जो आपने,
चाहता हूं मैं सुनूं वह देशना || सर झुका ||

२. जिस तरह उद्धार विषधर का किया,
उस तरह से नाथ मुझको तारना || सर झुका ||

३. घोर अभिग्रह और उबले बाकुले,
याद आता चंदना का पारना || सर झुका ||

४. लक्ष्य चौरासी में भटका हे प्रभु,
भव भ्रमण से नाथ मुझको तारना || सर झुका ||

५. नंदिवर्धन के अनुज स्वीकारिये,
"जैन" की यह भावभीनी वंदना || सर झुका ||

नवकार मंत्र | अर्हन्तो भगवंत – Navkar Mantra | Mangalachaar

नवकार मंत्र – Navkar Mantra

णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आयरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोए सव्व साहूणं
ऐसो पंच नमुक्कारो
सव्व पावप्पणासणो
मँगलाणंच सव्वेसिं
पढमं हवई मंगलम्

 

अर्हन्तो भगवंत – Arhanto Bhagvant

अर्हन्तो भगवंत इन्द्रमहिताः सिद्धाश्च सिद्धिस्थिताः

आचार्या जिनशासनोन्नतिकराः पूज्या उपाध्यायकाः ।

श्री सिद्धान्त सुपाठका मुनिवरा रत्नत्रयाराधकाः

पंचैः ते परमेष्ठिनः प्रतिदिनं कुर्वन्तु वो मंगलम् ।।

सर झुका कर कर रहे हैं वंदना - Tune - Dil ke armaan

सर झुका कर कर रहे हैं वंदना

तर्ज़ – दिल के अरमां आँसूओं में बह गए

सर झुकाकर कर रहे हैं वंदना,
अर्चना के पुष्प प्रभु स्वीकारना

१. ज्ञान गौतम को दिया जो आपने,
चाहता हूं मैं सुनूं वह देशना || सर झुका ||

२. जिस तरह उद्धार विषधर का किया,
उस तरह से नाथ मुझको तारना || सर झुका ||

३. घोर अभिग्रह और उबले बाकुले,
याद आता चंदना का पारना || सर झुका ||

४. लक्ष्य चौरासी में भटका हे प्रभु,
भव भ्रमण से नाथ मुझको तारना || सर झुका ||

५. नंदिवर्धन के अनुज स्वीकारिये,
"जैन" की यह भावभीनी वंदना || सर झुका ||

जपलो सब नवकार – Tune : Darshan do ghanshyam

जपलो सब नवकार – Jap lo sab navkar

तर्ज़ : दर्शन दो घनश्याम

जप लो सब नवकार मंत्र जप लो प्रभु वाणी रे
जप लो सब नवकार मंत्र जप लो प्रभु वाणी रे
१. चौदह पूरब सार यही है, भव भव तारण हार यही है,
मन मंदिर में धारण कर लो, अमृतवाणी रे
|| जप लो सब नवकार ||
२. शुद्ध हृदय से जो भी जपता, लाख़ चौरासी उसका कटता,
मन मंदिर में धारण कर लो यह जिनवाणी रे
|| जप लो सब नवकार ||
३. पार्श्व प्रभु ने मंत्र सुनाया, जलते नाग-नागिन को बचाया,
अद्भुत है नवकार की महिमा, सबने जानी रे
|| जप लो सब नवकार ||
४. हे मानव हिंसा को त्यागो, अब तो अपनी नींद से जागो,
दुनिया के हर कोने में यह, फैले वाणी रे
|| जप लो सब नवकार ||
५. जब गए इसको सेठ सुदर्शन, बन गई सूली भी सिंहासन
जैन मंडल भी निशदिन गाता, यह प्रभु वाणी रे
|| जप लो सब नवकार ||

मंत्र नवकार हमें प्राणो से प्यारा – Mantra Navkar hamein pranon

मंत्र नवकार हमें प्राणो से प्यारा
ये है वो जहाज जिसने लाखों को तारा

णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आयरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोए सव्व साहूणं

१. अरिहंतों को नमन हमारा, अशुभ कर्म का हनन करें
सिद्धों के सुमिरन से आत्मा सिद्ध क्षेत्र को गमन करे
भव भव में ना हो जनम दोबारा,
मंत्र णमोकार हमें प्राणो से प्यारा…

२. आचार्यों के आचारों से निर्मल निज आचार करें
उपाध्याय को ध्यान धरें, हम संयम का सत्कार करें
सर्व साधू को नमन हमारा,
मंत्र णमोकार हमें प्राणो से प्यारा…

३. सोते उठते, चलते फिरते इसी मंत्र का जाप करें
पाप हमारे तो उनका भी निवारण अपने आप करें
इसी मंत्र का लेलो सहारा,
मंत्र णमोकार हमें प्राणो से प्यारा…

नाम है तेरा तारणहारा – Tune : Tujhe dekh kar jag wale par

नाम है तेरा तारण हारा - Naam hai tera taran haara

तर्ज़ : तुझे देख कर जग वाले पर यक़ीं नहीं क्यूँ कर होगा

नाम है तेरा तारण हारा कब तेरा दर्शन होगा……..
नाम है तेरा तारण हारा कब तेरा दर्शन होगा
जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुन्दर होगा – 2

१. तुमने तारे लाखो प्राणी, यह संतो की वाणी है
तेरी छवि पर मेरे भगवन, ये दुनिया दीवानी है – 2
भाव से तेरी पूजा रचाऊँ, जीवन में मंगल होगा
जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुन्दर होगा – 2

२. सुरवर मुनिवर जिनके चरण में, निशदिन शीश झुकाते हैं
जो गाते हैं प्रभु की महिमा, वो सब कुछ पा जाते हैं – 2
अपने कष्ट मिटाने को तेरे, चरणों का वंदन होगा
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा – 2

३. मन की मुरादें लेकर स्वामी, तेरे चरण में आये हैं ,
हम हैं बालक , तेरे जिनवर, तेरे ही गुण गाते हैं – 2
भाव से पार उतरने को तेरे, गीतों का सरगम होगा
जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर, वो कितना सुंदर होगा – 2
नाम है तेरा तारण हारा ……

इतनी शक्ति हमें देना – Itni shakti hamein dena daata

इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना
हम चले नेक रस्ते पे हम से, भूलकर भी कोई भूल हो ना

१. दूर अज्ञान के हो अंधेरे, तू हमें ज्ञान की रोशनी दे,
हर बुराई से बचते रहे हम, इतनी शक्ति हमें आप में दे,
बैर बैर हो ना किसी का किसी से, बदले की भावना कोई हो ना,
|| हम चलें ||

२. हम ना सोचें हमें क्या मिला है, हम ये सोचे किया क्या है अर्पण,
फूल खुशियों के बांटे सभी को, ऐसा खुशियों का हो अपना मधुबन,
अपने करुणा के रस को बहा के, कर दे पावन हर एक मन का कोना
|| हम चलें ||

३. हर तरफ जुल्म है बेबसी है, सहमा सहमा सा हर आदमी है,
पाप का बोझ बढ़ता ही जाए, जाने कैसे ये धरती थमी है,
बोझ ममता से तू ये उठा ले, तेरी रचना का ही अंत हो ना,
|| हम चलें ||

४. हम अंधेरे में हैं रोशनी दे, हम गिला ना करें किसी से,
हम सजा पाए अपने किए की, मौत भी हो तो सह ले खुशी से,
कल जो गुजरा है फिर से ना गुजरे, आने वाला कल ऐसा कोई हो ना
|| हम चलें ||

sun lo guruvar - Tune - Sagar kinare dil ye pukare

सुन लो गुरुवर

तर्ज़ – सागर किनारे दिल ये पुकारे

सुन लो गुरुवर, अर्जी हमारी,
तारो ना तारो, ये है मर्जी तुम्हारी

१. हम पे क्या बीती कैसे बतायें
किस दौर से गुजरे कैसे सुनायें
तुमको पता है हाल मणिधारी
|| सुन लो गुरुवर ||

२. लाज पे आँच दादा, आने ना पाए
जाए तो जान जाए, शान ना जाए
सारा जमाना इसका शिकारी
|| सुन लो गुरुवर ||

३. दर्शन की भिक्षा, झोली में दे दो
भटक रहा हूं, शरण में ले लो
दर पे खड़ा है, तेरा भिखारी
|| सुन लो गुरुवर ||

४. जो भी कहोगे, वो ही करुंगा
जैसे रखोगे, वैसे रहूंगा
तुझ पे भरोसा, मेरा है भारी
|| सुन लो गुरुवर ||

जब कोई नहीं – Jab koi nahin aata

जब कोई नहीं – Jab koi nahin aata

जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते हैं ।
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते हैं ॥

मेरे नैया चलती है, पतवार नहीं चलती ।
किसी और की अब मुझको दरकार नहीं लगती ॥
मै डरता नहीं जग से, वो साथ आते हैं ।
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते हैं ॥

कोई याद करे उनको दुःख हल्का हो जाए ।
कोई भक्ति करे उनकी, वो उनका हो जाए ॥
ये बिन बोले सब कुछ पहचान जाते हैं ।
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते हैं ॥

ये इतने बड़े होकर, दीनों से प्यार करे ।
अपने भक्तो के दुःख को वो पल में दूर करें ॥
सब भक्तो का कहना ये मान जाते हैं ।
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते हैं ॥

मेरे मन के मंदिर में दादा का वास रहे ।
कोई रहे ना रहे बस दादा मेरे पास रहे ॥
मेरे व्याकुल मन को ये जान जाते हैं ।
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते हैं ॥

ना गिन के देता है – Na gin ke deta hai

ना गिन के देता है – Na gin ke deta hai

ना गिन के देता है ना तोल के देता है,
मेरा दादा जब भी देता है दिल खोल के देता है
है जग में ऐसा कौन जो सुन के लेता है,
वह देता जब भी डंके -SSS की चोट पे देता है

१. दर पे जब भी जिसने दादा को मेरे पुकारा,
बिगड़ी बना दी सबकी हारे का वो है सहारा
ना छुपके देता है ना छाने देता है,
मेरा दादा जब भी देता छप्पर फाड़ के देता है
|| मेरा दादा ||

२. अजमेर वाला दादा, है जग में सबसे निराला,
मांगने वाले थकते, नहीं थकता देने वाला
ना सोना देता है, ना चांदी देता है,
भर-भर के हीरे मोती के थाल वो देता है
|| मेरा दादा ||

३. प्रेम की लेवण देवण, है दादा अजब व्यापारी,
भक्ति कर लो भक्ति और भूलो दुनिया सारी
दिन ब्याज रकम का जग में ये लोन देता है,
यह रकम नहीं लौटानी ऐसा बोल के देता है
|| मेरा दादा ||

आ गए हो अगर दादा – Tune : Pyaar ke mod par

आ गए हो अगर दादा – Pyaar ke mod par

आ गए हो अगर दादा इस मोड़ पर,
हम से मिलने मिलाने का वादा करो
आ गए हो तो जाने की जिद ना करो,
जा रहे हो तो आने का वादा करो

१. चलिए माना यह सारा मेरा ही कसूर है,
आप भी माफ करने को मशहूर है
रुठना है जरूरी तो रूठो मगर,
बाद में मान जाने का वादा करो

२. आस मिलने की लेकर के सोया था मैं,
दादा तेरे ख्यालों में खोया था मैं
याद मेरी ना दिल से भुलाना कभी,
आज सपने में आने का वादा करो

३. तुम अमोलक रतन हो और युग प्रधान हो,
गुरु तेरे सामने मेरी औकात क्या
तेरे चरणों को हाथों से छू पाऊं मैं,
मेरा कद इतना करने का वादा करो

४. करके विश्वास वादे पे तेरे गुरु,
दर पे आया दरश पाने की चाह में
गर निभाने की हिम्मत नहीं है तो फिर,
सारे वादे भुलाने का वादा करो

५. दिल पसीजेगा दादा तुम्हारा कभी
और दरश दोगे तुम इस नादान को
“जैन” करबद्ध होकर करे याचना
अब तो वादा निभाने का वादा करो

धन्य धन्य है दिवस – Tune : Dekh tere sansar ki

धन्य धन्य है दिवस – dhanya dhanya hai divas

तर्ज़ : देख तेरे संसार की हालत

धन्य धन्य है दिवस आज का, सुनो सभी इंसान,
संवत्सरी आया पर्व महान
राग द्वेष को त्याग के सारे, गाओ प्रभु गुणगान,
संवत्सरी आया पर्व महान

१. प्रभु चरणों में सारे आके, विनय से अपना शीश झुकाके,
रगड़े झगड़े सभी मिटाके, दिल को अपने साफ़ बनाके,
प्राणी मात्र से मिलकर सारे, माँगो क्षमा का दान,
|| संवत्सरी आया पर्व महान ||

२. महापर्व उद्धार करेगा, नवजीवन संचार करेगा,
जो जन इससे प्यार करेगा, उसके सब संताप हरेगा,
इसी पर्व में मिलेगा तुमको, मुक्ति का वरदान
|| संवत्सरी आया पर्व महान ||

३. भेदभाव को दूर निवारो, जागो बंधू उठो विचारो,
बीती बारी व्यर्थ न हारो, मिलकर आज प्रतिज्ञा धारो,
जैन धर्म का तन मन धन से, करेंगे हम उत्थान
|| संवत्सरी आया पर्व महान ||

४. कर्मों के सब बंधन तोड़ो, मोह और ममता को छोड़ो
विषयों से मन अपना मोड़ो, प्रभु से सच्चा नाता जोड़ो,
चंद्रभूषण जियो जीने दो, यही वीर फरमान
|| संवत्सरी आया पर्व महान ||

सब पर्वों मांही – Sab parvon mahi

सब पर्वों मांही है ये परब अलबेला, भादों में सब मिल करें पजूसन मेला

१. कोई पोसा प्रतिक्रमणादिक करता रागी,
कोई धरता निर्मल ध्यान परमपद पागी,
कोई पूजा कर कर रचता नव नव आंगी,
कोई सुनता सूत्र सिद्धांत आलकस त्यागी,
कोई नेम बरत ले करता बेला तेला
|| भादो में ||

२. कोई पूर्ण अठाई करके भव जल तरता,
कोई जिनवाणी धारण कर पार उतरता,
कोई प्रभावना कर स्वामीवत्सल करता,
कोई तपसी तप कर ध्यान विमल गुण धरता,
मेरे तो एक जिन गुण गावन सूँ हेला,
|| भादो में ||

३. नहीं तप संयम के भार सहन की काया,
नहीं पचखा व्रत पचखाण सुनो जिन राया,
एक जग में जिनका नाम अमोलक पाया,
प्रभु पार लगन का दाँव हाथ अब आया,
अब सेवक करले निज घट ज्ञान उजाला,
|| भादो में ||

मेरा आपकी कृपा से – Mera Aapki Kripa se

मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
करते हो तुम गुरुवर, मेरा नाम हो रहा है

पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है
बिन मांगे मेरे गुरुवर हर चीज मिल रही है
हर वार दुश्मनो का नाकाम हो रहा है
मेरा आपकी कृपा से…

मेरी जिंदगी में तुम हो, किस बात की कमी है
मुझे और अब किसी की परवाह भी नहीं है
तेरी बदौलतों से सब काम हो रहा है
मेरा आपकी कृपा से…

दुनिया में होंगे लाखों, तेरे जैसा कौन होगा
तुझ जैसा बंदापरवर भला ऐसा कौन होगा
तेरे नाम का ही सुमिरन, आराम दे रहा है
मेरा आपकी कृपा से…

झूला झूलो ना – jhoola jhoolo na

झूला झूलो ना महावीरजी,
माता त्रिशला के लाल, माता त्रिशला के लाल

१. जैन संघ के तुम हो प्यारे, भवसागर से तारण हारे,
वर्धमान हो प्यारे, माता त्रिशला के लाल
|| झूला झूलो ना ||

२. साल तीस गृहस्थाश्रम पाले, फिर दीक्षा ले संयम पाले,
तुम हो जिनेश्वर प्यारे, माता त्रिशला के लाल
|| झूला झूलो ना ||

३. सह उपसर्ग हजारों तारे, केवल ज्ञान को सहज में पाले
सिद्धारथ के दुलारे, माता त्रिशला के लाल
|| झूला झूलो ना ||

४. चारों ज्ञान के धनी कहाये, लब्धि को भी साथ में लाये,
तुम हो प्राण हमारे, माता त्रिशला के लाल
|| झूला झूलो ना ||

५. राग देश को त्यागने वाले, पंच महाव्रत धारने वाले,
चौबीसवें तीर्थंकर, माता त्रिशला के लाल
|| झूला झूलो ना ||

वामाजी के लाला – mera shyam salona kanha

वामाजी के लाला – Vama ji ke lala

तर्ज़ : मेरा श्याम सलोना कान्हा ( संजोग )

वामाजी के लाला, तेरी बोले जय जयकार
जनम जनम के काटो बंधन, विनती करूं करतार

१. तेरा दर हम सबको प्यारा, सब देवों में तेरा रूप है न्यारा
नजर महर की कर दे जिस पर, हो जाए वो निहाल
|| वामाजी ||

२. हर पल तेरा ध्यान लगाए, तुम बिन हमको कौन बचाए
दुख से भरा है जीवन मेरा, तू ही इसे उबार
|| वामाजी ||

३. जैन मंडल तेरी शरण में आया, दो आंसू की भेंट है लाया
हम सब मिलकर मांगे बाबा, अब तो करो उद्धार
|| वामाजी ||

कितनी उज्जवल – dil diwana bin sajna ke

कितनी उज्जवल – Kitni ujjval kitni nirmal

तर्ज़ : दिल दीवाना बिन सजना के ( मैंने प्यार किया )

कितनी उज्जवल, कितनी निर्मल मूरतिया,
ऐसी मोहनी मूरतिया
भक्ति में डोले, गुनगुन बोले, मन मेरा
|| ऐसी मोहनी ||

१. कर्म के बंधन कैसे तोड़ें, गुरु को कैसे पाऊं
भवसागर में भटक भटक कर मैं गुरुवर पछताऊँ
ध्यान देंगे हरदम तेरा सांवरिया
|| ऐसी मोहनी ||

२. तेरी छवि पर मेरे गुरुवर, ये दुनिया है दीवानी,
चंद्र जैसा मुख है तेरा, मूरत तेरी सुहानी,
ध्यान रखेंगे हरदम तेरा सांवरिया
|| ऐसी मोहनी ||

३. दीन दयालु आप हो गुरुवर, मुक्ति पथ के गामी,
महिमा तुम्हारी कैसे सुनाऊं, तुम हो अंतर्यामी,
शक्ति नहीं पर भक्ति करेंगे सांवरिया
|| ऐसी मोहनी ||

वामाजी के लाला – mera shyam salona kanha

वामाजी के लाला – Vama ji ke lala

तर्ज़ : मेरा श्याम सलोना कान्हा ( संजोग )

वामाजी के लाला, तेरी बोले जय जयकार
जनम जनम के काटो बंधन, विनती करूं करतार

१. तेरा दर हम सबको प्यारा, सब देवों में तेरा रूप है न्यारा
नजर महर की कर दे जिस पर, हो जाए वो निहाल
|| वामाजी ||

२. हर पल तेरा ध्यान लगाए, तुम बिन हमको कौन बचाए
दुख से भरा है जीवन मेरा, तू ही इसे उबार
|| वामाजी ||

३. जैन मंडल तेरी शरण में आया, दो आंसू की भेंट है लाया
हम सब मिलकर मांगे बाबा, अब तो करो उद्धार
|| वामाजी ||

गहराये भँवर गहरा – gahraye bhanvar gahra

गहराये भँवर गहरा – gahraye bhanvar gahra

तर्ज : १. ए मेरे दिले नादान - E mere dil e nadan
२. सौ बार जनम लेंगे - Sau baar janam lenge
३. बचपन की मोहब्बत को - Bachpan ki muhabbat ko

गहराये भँवर गहरा संकट से घबराऊँ,
उलझन से भरा जीवन मैं कैसे सुलझाऊँ,

१. घनघोर घटा गरजे, चहुँदिश बिजली कड़के
तूफानी लहरों में उन्माद उठा चढ़के
हे कुशल करण गुरुजी, कैसे मैं पार जाऊं
|| गहराये ||

२. जल पे थी कभी नैया, अब जल है नैया में,
जहरीले सागर की, इस भूल भुलैया में,
निर्देश कुशल यदि हो, क्षण भर में तिर जाऊँ,
|| गहराये ||

३. जब तेरा सहारा है, फिर भय क्यों होने लगा,
विनती यदि तूने सुनी, फिर मैं क्यों रोने लगा,
गर कुशल की पतवारें, नाविक मैं बन जाऊँ
|| गहराये ||

४. हे कुशल सूरीश्वर नाथ, अब अभय दान दे दो,
भय मुक्त करो जीवन, चरणों में “चंद्र” ले लो,
तेरी चरण धूलि पाकर, चरणामृत बन जाऊँ,
|| गहराये ||

दादा गुरु तेरे – Babul ki duayein leti ja

दादा गुरु तेरे - Dada guru tere prangan mein

तर्ज़ – बाबुल की दुआएँ लेती जा

दादा गुरु तेरे मंदिर में, ज्ञान का नव दीप जले,
हो आत्मबोध हर प्राणी को, गुरुदेव तिहारे चरण तले,

१. कोई अपनाए कोई ठुकराए कोई मुस्काए कोई मुरझाए,
राजा हो चाहे रंक कोई, इस कटुता से ना बच पाए,
संयोग वियोग का कालचक्र, जग में किंचित टाले न टले,
|| दादा गुरु ||

२. ज्यूँ चंद्र चांदनी बरसाता, तुम ज्ञानामृत बरसाते हो,
रीते घट अमृत से भर के, जीवन की बगिया महकाते हो,
सूखी जीवन नदिया मेरी, चल गुरु गंगा की ओर चलें,
|| दादा गुरु ||

३. मैं कैसे अपनी बात कहूँ, जब स्वयं भरा हूं भूलों से,
अंतर की चादर मैली है, मैं दूर खड़ा हूं फूलों से,
बस एक झलक तेरी पाने, अंतस में कितनी प्यास पले,
|| दादा गुरु ||

४. जितनी भी विपदायें आए, घनघोर अंधेरा छा जाए,
गुरुदेव तुम्हें ही हम ध्याऐं, सन्मार्ग पे हम बढ़ते जायें,
यह चंद्र करें अरदास तुझे, जनमानस का हर स्वप्न फले,
|| दादा गुरु ||

तेरे दर पे हम आए - Mujhe neend na aaye

तेरे दर पे – tere dar pe hum aaye

तर्ज़ – मुझे नींद न आये

तेरे दर पे हम आए, तुम्हें शीश नमायें,
अब दर्श दिखा दो गुरु, ओ दादा जिनदत्त सूरीश्वर
|| तेरे दर पे ||

१. मूरत तेरी कितनी सुहानी है,
दर्शन करने आए सब नर नारी हैं,
तुझको ही हम ध्यायेंगे, शीश तुम्हें ही नमायेंगे,
भक्ति की सरगम, तुझे समर्पण,
गीत तेरे हम गायें, ओ दादा
|| तेरे दर पे ||

२. अमृतवाणी गुरुवर ने बरसाई है,
जैन धर्म की गुरु ने शान बढ़ाई है,
दिल में तुझको ध्यायेंगे, तेरे ही गुण गाएंगे,
तेरी वाणी में कमाल, तेरी नजरें विशाल,
तेरे दर्शन जिसने पाये, ओ दादा
|| तेरे दर पे ||

३. “जैन” मंडल तेरे ही गुण गाता है,
चरणों में आकर तुम्हें ही शीश नमाता है,
पूजा तेरी रचाएंगे, गीत तेरे ही गाएंगे,
नैया के तारणहार, मेरा करो उद्धार
करो भव से मुझको पार, ओ दादा
|| तेरे दर पे ||

लूट लो जिसका - Loot lo jiska ji chahe

लूट लो जिसका जी चाहे, मैं शोर मचाऊं गली गली
वीर नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊं गली गली
|| लूट लो ||

१. जिस जिस ने ये हीरे लूटे, वो तो मालामाल हुए,
प्रभु नाम का ध्यान लगाकर, भवसागर से पार हुए,
सेठ सुदर्शन सूली ऊपर, मंत्र जपे ये घड़ी घड़ी,
वीर नाम के हीरे मोती मैं बिखराऊं गली गली,
|| लूट लो ||

२. इस जीवन का नहीं भरोसा, क्षण क्षण बीता जाए रे,
भजन प्रभु का नहीं किया तो, अंत समय पछताए रे,
कुशल, दत्त और शांति के गुणगान सुनाऊँ गली-गली,
वीर नाम के हीरे मोती मैं बिखराऊं गली गली
|| लूट लो ||

झूम-झूम प्रभु – Dheere dheere bol koi sun na le

झूम-झूम प्रभु - Jhoom Jhoom Prabhu ke gun ga le

तर्ज़ – धीरे धीरे बोल कोई सुन ना ले

झूम-झूम प्रभु के गुण गा ले, गुण गा ले प्रभु गुण गा ले
भवबंधन सब कट जाएगा, जो शरण प्रभु की पाएगा
|| झूम झूम ||

१. हिलमिल जिन मंदिर में आए आज,
दर्शन पाएं धन्य घड़ी धन्य भाग,
हम बार-बार करें नमस्कार
जो शुद्ध भावना भायेगा, वो मनवांछित फल पाएगा
|| झूम झूम ||

२. क्रोध लोभ को इस जीवन से त्याग,
माया ममता छोड़ द्वेष और राग,
तू कर विचार इसी में है सार
यह महामंत्र नवकार है, जपले तो बेड़ा पार है
|| झूम झूम ||

३. "जैन" मंडल कहता है बारंबार,
तप संयम हो जीवन का आधार,
तू कर विचार इसी में है सार,
जो शुद्ध भावना भायेगा, वो मुक्ति मंजिल पाएगा
|| झूम झूम ||

एक आस तुम्हारी है - Ek aas tumhari hai

तर्ज़ - संसार है एक नदिया

एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है,
अब तेरे सिवा दादा, कहो कौन हमारा है,

|| एक आस तुम्हारी है ||

१. फूलों में महक तुमसे, तारों में चमक तुमसे,
मेरे दादा …..
इतना बता दो कहाँ तुम नहीं हो,
ये सब को पता है की तुम हर कहीं हो,
अगर तुम ना होते तो दुनिया ना होती,
अँधेरा मिटाती है तेरी ही ज्योति,

फूलों में महक तुमसे, तारों में चमक तुमसे,
बर्फो में शीतलता, अग्नि में धधक तुमसे, अग्नि में धधक तुमसे,
जिस ओर नज़र डालू, तेरा ही नजारा है,
अब तेरे सिवा दादा, कहो कौन हमारा है,

|| एक आस तुम्हारी है ||

२. मंझधार में नैया है, मजबूर ये प्यादा है,
मेरे दादा …..
विश्वास मेरा ये टूटे ना प्यारे,
तुम्हीं को लगानी है नैया किनारे,
चले आओ ढूंढो ना कोई बहाना,
सोचो जरा है ये रिश्ता पुराना,

मंझधार में नैया है, मजबूर ये प्यादा है
नैया का खिवैया तो, अब तू ही दादा है, अब तू ही दादा है
अब पार लगा दादा, मंझधार किनारा है
अब तेरे सिवा दादा, कहो कौन हमारा है

|| एक आस तुम्हारी है ||

३. इस तन में रमे हो तुम, इस मन में रमे हो तुम
ऐ मेरे दादा….,

तुझसे जुडी है मेरी हर कहानी,
तुम्ही दे रहे हो मुझे दाना पानी,
ये अहसान तेरा मैं कैसे चुकाऊं
दिया है जो तूने मैं ना भूल पाऊं

इस तन में रमे हो तुम, इस मन में रमे हो तुम
मैं तुमको कहा ढूँढूँ, इस दिल में बसे हो तुम,

इस दिल में बसे हो तुम

गुरुदेव दरस देदो, कोई न हमारा है
अब तेरे सिवा दादा, कहो कौन हमारा है

|| एक आस तुम्हारी है ||

तेरा दर तो हकीकत – Tera dar to haqiqat mein

तर्ज़ – तेरा दर तो हकीकत में

तेरा दर तो हकीकत में, दुखियों का सहारा है,
सच कहता हूँ मैं भगवन, तेरे दर से गुजारा है ।

१. बिगड़ी हुई तकदीरें, एक पल में बनाते हो,
जिस वक़्त मुसीबत में भक्तों ने पुकारा है ।
|| तेरा दर तो हकीकत में ||

२. तेरे दर को छोड़ प्रभुवर, जाएं तो कहाँ जायें,
दरबार तेरा भगवन, जन्नत का नज़ारा है ।
|| तेरा दर तो हकीकत में ||

३. दौड़े चले आते हैं, दुःख दर्द के मारे यहाँ,
सुख चैन वही पाते, जिन पे तेरा इशारा है ।
|| तेरा दर तो हकीकत में ||

४. राजू को दुनियां में, सब पागल कहते हैं,
मेरा मुझमे तो कुछ भी नहीं, सब कुछ तो तुम्हारा है ।
|| तेरा दर तो हकीकत में ||